अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उज्बेकिस्तान में जन्मे और अपने करीबी सहयोगी सेर्जियो गोर को भारत का नया राजदूत नियुक्त करने की घोषणा की है। यदि सीनेट से मंजूरी मिलती है, तो गोर दक्षिण और मध्य एशिया मामलों के विशेष दूत (Special Envoy) की भी जिम्मेदारी संभालेंगे।
सेर्जियो गोर कौन हैं?
-
जन्मस्थान: ताशकंद, उज्बेकिस्तान (पूर्व सोवियत संघ का हिस्सा)
-
अमेरिका प्रवास: वर्ष 1999 में परिवार सहित अमेरिका आए
-
शिक्षा: जॉर्ज वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी, वॉशिंगटन डी.सी.
-
करियर: रिपब्लिकन पार्टी के सक्रिय सदस्य, रैंड पॉल के डिप्टी चीफ़ ऑफ स्टाफ और व्हाइट हाउस पर्सनल डायरेक्टर रहे
-
उपलब्धियां: ट्रंप के “अमेरिका फर्स्ट” कैंपेन और बेस्टसेलर पुस्तकों में प्रमुख योगदान
ट्रंप का भरोसा क्यों?
ट्रंप ने सोशल मीडिया पर कहा:
“सेर्जियो मेरे करीबी मित्र और भरोसेमंद सहयोगी हैं। उन्होंने हमारी ऐतिहासिक चुनावी मुहिम और नीतियों को सफल बनाने में बड़ी भूमिका निभाई। भारत जैसे महत्वपूर्ण देश में मुझे ऐसे व्यक्ति की आवश्यकता है जिस पर मैं पूरी तरह विश्वास कर सकूँ।”
भारत-अमेरिका संबंधों पर असर
गोर के चयन से संकेत मिलता है कि ट्रंप प्रशासन भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी को नई दिशा देने वाला है। हालांकि गोर की भारत से कोई सीधी पृष्ठभूमि नहीं रही, लेकिन उनकी राजनीतिक समझ और ट्रंप के साथ निकटता, दोनों देशों के बीच कूटनीतिक समीकरणों को प्रभावित कर सकती है।
पहले कौन थे भारत में अमेरिकी राजदूत?
गोर, एरिक गार्सेटी (बाइडन सरकार में नियुक्त) की जगह लेंगे, जो हाल ही में अपने कार्यकाल के बाद अमेरिका लौट गए।
निष्कर्ष
सेर्जियो गोर की नियुक्ति से यह साफ होता है कि डोनाल्ड ट्रंप भारत-अमेरिका संबंधों को अपने एजेंडे के अनुरूप नए स्तर पर ले जाने की तैयारी में हैं। आने वाले महीनों में सीनेट की पुष्टि और गोर की रणनीति इस नियुक्ति की सफलता तय करेगी।