भारत की सबसे प्रतिष्ठित कंपनियों में से एक टाटा स्टील ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए अपने कर्मचारियों को ₹303.13 करोड़ का वार्षिक बोनस देने का ऐलान किया है। यह समझौता 28 अगस्त 2025 को टाटा स्टील प्रबंधन और टाटा वर्कर्स यूनियन के बीच हुआ। इस फैसले से खासकर जमशेदपुर और आसपास के औद्योगिक इलाकों में उत्साह का माहौल है।
16.79% बोनस – कर्मचारियों की जेब में सीधी राहत
यूनियन अध्यक्ष संजीव के. चौधरी (टुन्नू चौधरी) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि कर्मचारियों को इस साल 16.79% बोनस मिलेगा।
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कुल बोनस राशि: ₹303.13 करोड़
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जमशेदपुर व ट्यूब डिवीजन को हिस्सा: ₹152.44 करोड़
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न्यूनतम बोनस: ₹39,004
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अधिकतम बोनस: ₹3,92,213
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क्रेडिट की तारीख: 6 सितंबर 2025 तक कर्मचारियों के बैंक खातों में
कुल 25,907 कर्मचारियों को लाभ मिलेगा, जिनमें से 11,446 कर्मचारी जमशेदपुर और ट्यूब डिवीजन से जुड़े हैं।
बोनस समझौते की मुख्य बातें
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कंपनी का मुनाफा पिछले वर्ष ₹11,275.09 करोड़ से घटकर ₹9,255 करोड़ रह गया।
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पुराने फॉर्मूले के हिसाब से बोनस ₹272.83 करोड़ तय होता, लेकिन यूनियन की सक्रियता और सहयोग के आश्वासन पर प्रबंधन ने ₹30.30 करोड़ अतिरिक्त जोड़कर कुल बोनस ₹303.13 करोड़ घोषित किया।
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समझौते पर टाटा स्टील के MD और CEO टी.वी. नरेंद्रन, चीफ पीपल ऑफिसर अत्रयी सेनगुप्ता और यूनियन अध्यक्ष संजीव चौधरी सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों ने हस्ताक्षर किए।
यूनियन की भूमिका और कर्मचारियों का मनोबल
संजीव चौधरी ने कहा:
“कंपनी का मुनाफा घटने के बावजूद हमने सुनिश्चित किया कि कर्मचारियों को पिछले साल जितना ही बोनस मिले। यह कामगारों की एकजुटता की जीत है।”
यह बयान दर्शाता है कि यूनियन केवल वेतन वार्ता तक सीमित नहीं, बल्कि कर्मचारियों का मनोबल और कंपनी की स्थिरता बनाए रखने में भी अहम भूमिका निभाती है।
ऐतिहासिक परंपरा और भरोसा
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भले ही कई कर्मचारी Payment of Bonus (Amendment) Act, 2015 के दायरे से बाहर आते हैं, टाटा स्टील अपनी पुरानी परंपरा निभाते हुए सभी यूनियनकृत कर्मचारियों को बोनस देती है।
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यह निर्णय कंपनी की कर्मचारी-हितैषी नीति और लंबे समय से बने भरोसे का प्रतीक है।
आंकड़ों में Tata Steel Bonus 2024-25
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कुल बोनस योग्य राशि: ₹1817.05 करोड़ (पिछले वर्ष ₹1694.15 करोड़)
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जमशेदपुर व ट्यूब डिवीजन का औसत बोनस: ₹1,33,178
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NS सीरीज बोनस (अधिकतम): ₹1,10,547
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NS सीरीज बोनस (न्यूनतम): ₹39,004
स्थानीय अर्थव्यवस्था पर असर
जमशेदपुर एक औद्योगिक नगरी है और टाटा स्टील इसका सबसे बड़ा नियोक्ता। इतनी बड़ी बोनस राशि का सीधा असर स्थानीय बाजार, छोटे कारोबारियों और सेवा क्षेत्र पर भी पड़ेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि त्योहारों के सीजन से पहले यह बोनस कर्मचारियों और स्थानीय अर्थव्यवस्था के लिए डबल बूस्ट साबित होगा।
निष्कर्ष: Tata Steel Jamshedpur Bonus 2025 का बड़ा संदेश
Tata Steel Jamshedpur Bonus 2025 केवल आर्थिक पैकेज नहीं है, बल्कि यह संदेश है कि बड़ी कंपनियां मुनाफे में गिरावट के बावजूद कर्मचारियों की सुरक्षा और मनोबल को प्राथमिकता दे सकती हैं।
यह समझौता भारतीय कॉरपोरेट सेक्टर में वर्कर्स-मैनेजमेंट रिलेशनशिप का मजबूत उदाहरण है और आने वाले वर्षों में उत्पादकता और स्थिरता दोनों को बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना जाएगा।