🧠 आयुर्वेद क्या कहता है?
आयुर्वेद के अनुसार, देशी गाय का घी त्रिदोष शामक होता है — यानी यह वात, पित्त, और कफ तीनों को संतुलन में रखता है।
रोज़ घी खाने से:
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पाचन शक्ति बढ़ती है
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मानसिक शक्ति मजबूत होती है
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शरीर को ओज और तेज़ प्राप्त होता है
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आंतों की सफाई होती है
🧪 विज्ञान क्या कहता है?
1. घी में अच्छे फैट्स होते हैं
देशी घी में मौजूद ओमेगा-3 और CLA (Conjugated Linoleic Acid) दिल की सेहत के लिए फायदेमंद माने जाते हैं।
2. घी कोलेस्ट्रॉल नहीं बढ़ाता (यदि संतुलित मात्रा में हो)
नई रिसर्च के अनुसार, सीमित मात्रा में घी शरीर में HDL (अच्छा कोलेस्ट्रॉल) को बढ़ाता है।
⚖️ रोज़ कितना घी खाना चाहिए?
उम्र वर्ग | मात्रा (प्रतिदिन) |
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वयस्क (सामान्य जीवनशैली) | 1-2 चम्मच |
बच्चे | 1 चम्मच |
बुजुर्ग | आधा से 1 चम्मच |
वज़न घटा रहे लोग | सीमित मात्रा – डॉक्टर की सलाह लें |
❌ किसे नहीं खाना चाहिए ज़्यादा घी?
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फैटी लिवर वाले
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हार्ट के मरीज
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अत्यधिक मोटापा या डायबिटीज़
📚 निष्कर्ष:
घी कोई दुश्मन नहीं, बल्कि संयमित उपयोग में अमृत है। देशी गाय का शुद्ध घी रोज़ खाने से शरीर और मन दोनों को लाभ मिलता है – बशर्ते मात्रा का ध्यान रखा जाए।