भारतीय परंपरा में पूजा घर घर का सबसे पवित्र स्थान माना जाता है। यह केवल प्रार्थना का स्थान नहीं, बल्कि पूरे परिवार में सकारात्मक ऊर्जा, मानसिक शांति और सुख-समृद्धि का स्रोत भी है।
वास्तुशास्त्र में पूजा घर की सही दिशा और रंग को विशेष महत्व दिया गया है।
📍 पूजा घर की सही दिशा (Mandir Vastu in Hindi)
✅ पूजा घर की दिशा क्यों जरूरी है?
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उत्तर-पूर्व (ईशान कोण) को पूजा घर के लिए सबसे शुभ माना गया है।
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यदि यह संभव न हो तो पूर्व दिशा भी सही है।
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पूजा करते समय व्यक्ति का मुख पूर्व या उत्तर की ओर होना चाहिए।
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❌ किन दिशाओं में मंदिर न बनाएं
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शौचालय या सीढ़ियों के नीचे मंदिर न रखें।
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दक्षिण दिशा या शयनकक्ष में पूजा घर बनाने से बचें।
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रसोई में मंदिर रखना भी अशुभ माना गया है।
🎨 पूजा घर के शुभ रंग (Pooja Ghar Vastu Colors)
✅ कौन से रंग शुभ माने जाते हैं?
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सफेद, हल्का पीला, क्रीम और हल्का नीला रंग सबसे उत्तम हैं।
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ये रंग शांति, पवित्रता और आध्यात्मिक ऊर्जा को बढ़ाते हैं।
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दीवारों और सजावट में हल्के रंगों का अधिक प्रयोग करें।
Image Alt Tag: पूजा घर के शुभ रंग वास्तु अनुसार
❌ किन रंगों से बचें
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काला, गहरा लाल या ग्रे रंग पूजा घर में न करें।
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बहुत चटक या डार्क शेड्स मानसिक तनाव बढ़ाते हैं।
🪔 पूजा घर वास्तु अनुसार अन्य महत्वपूर्ण सुझाव
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मंदिर को हमेशा साफ-सुथरा रखें।
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पूजा घर में कभी अंधेरा न हो, हमेशा दीपक या नैचुरल लाइट हो।
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मंदिर में टूटे-फूटे या पुराने फोटो और मूर्तियाँ न रखें।
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अगर जगह कम हो तो लकड़ी का छोटा मंदिर भी शुभ माना जाता है।
✅ निष्कर्ष
पूजा घर की दिशा और रंग घर की ऊर्जा, शांति और समृद्धि से सीधा संबंध रखते हैं।
यदि मंदिर को उत्तर-पूर्व दिशा में रखा जाए और हल्के शुभ रंगों का प्रयोग किया जाए, तो घर में सकारात्मक ऊर्जा, सुख और आध्यात्मिक शांति बनी रहती है।