नेपाल की राजधानी काठमांडू में हालात बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं।
Gen-Z प्रदर्शनकारियों के सरकार विरोधी आंदोलन के बीच प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली ने आज अपने इस्तीफे की घोषणा कर दी।
सरकार गिरने के बाद राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने सेना को काठमांडू की सुरक्षा संभालने के आदेश दिए हैं।
पूरे देश में सोशल मीडिया बैन लगा दिया गया है, जबकि राजधानी के कई हिस्सों में कर्फ्यू लागू है।
नेपाल में संकट की वजह: क्या है पूरा मामला?
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नेपाल में बीते दो हफ्तों से बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं।
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आंदोलन की अगुवाई कर रही Gen-Z यूथ नेपाल में नौकरी, महंगाई और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर आई है।
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प्रदर्शन हिंसक होने के बाद सरकार ने आपात बैठक बुलाई।
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विपक्षी दलों ने प्रधानमंत्री ओली पर दमनकारी नीतियों का आरोप लगाया।
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अंतरराष्ट्रीय दबाव और लगातार बढ़ते विरोध के बीच ओली ने पद छोड़ने का ऐलान किया।
काठमांडू में कर्फ्यू और सेना की तैनाती
नेपाल पुलिस के मुताबिक:
“स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए राजधानी के मुख्य इलाकों में सेना और पुलिस की संयुक्त टुकड़ियाँ तैनात की गई हैं। रात 9 बजे से सुबह 6 बजे तक पूरी तरह कर्फ्यू रहेगा।”
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10,000 से ज्यादा सैनिक काठमांडू और पोखरा में तैनात
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300+ प्रदर्शनकारी हिरासत में
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सभी सार्वजनिक सभाएं, मार्च और रैलियों पर पाबंदी
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एयरपोर्ट पर सुरक्षा सख्त, कई फ्लाइट्स कैंसिल
सोशल मीडिया बैन: Facebook, X, Instagram सब बंद
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नेपाल सरकार ने Facebook, Instagram, WhatsApp, Telegram और X (Twitter) को अनिश्चितकाल के लिए ब्लॉक कर दिया है।
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वजह: प्रदर्शनकारियों द्वारा सोशल मीडिया के जरिए विरोध को बढ़ावा देना।
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सरकारी बयान:
“फर्जी खबरों, अफवाहों और दहशत फैलाने वाली पोस्ट को रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है।”
बालेंद्र शाह का बयान: काठमांडू मेयर का बड़ा आरोप
काठमांडू के मेयर बालेंद्र शाह (Balen Shah), जो Gen-Z आंदोलन के पोस्टर बॉय बन चुके हैं, ने ओली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा:
“यह आंदोलन सिर्फ हमारी आज़ादी की लड़ाई नहीं, बल्कि नेपाल की नई पहचान की शुरुआत है। अगर पुरानी राजनीति नहीं बदलेगी, तो हम नई राजनीति बनाएंगे।”
भारतीयों के लिए ट्रैवल एडवाइजरी
भारत के विदेश मंत्रालय ने नेपाल यात्रा करने वाले नागरिकों के लिए नई चेतावनी जारी की है:
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गैर-जरूरी यात्रा से बचें
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काठमांडू और पोखरा के संवेदनशील इलाकों में न जाएं
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एयरपोर्ट अपडेट्स की लगातार जांच करें
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अपने दूतावास से संपर्क में रहें
PIB India के अनुसार, वर्तमान में 2000+ भारतीय पर्यटक नेपाल में फंसे हुए हैं।
X (Twitter) पर #NepalProtest ट्रेंडिंग
सोशल मीडिया बैन से पहले, #NepalProtest और #OliResigns X पर टॉप ट्रेंड में थे।
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5 लाख से ज्यादा ट्वीट्स
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80% यूजर्स ओली के इस्तीफे का समर्थन कर रहे
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भारतीय यूजर्स भी लगातार नेपाल की स्थिति पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं
नेपाल संकट 2025 टाइमलाइन
तारीख | घटना |
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25 अगस्त 2025 | Gen-Z विरोध की शुरुआत |
01 सितम्बर 2025 | हिंसक झड़पें, 12 लोग घायल |
05 सितम्बर 2025 | काठमांडू में इंटरनेट बंद |
09 सितम्बर 2025 | ओली पर इस्तीफे का दबाव बढ़ा |
10 सितम्बर 2025 | ओली का इस्तीफा, सेना तैनात, कर्फ्यू |
FAQ: नेपाल संकट 2025 पर आम सवाल
1. ओली ने इस्तीफा क्यों दिया?
लगातार बढ़ते जनविरोध, विपक्षी दबाव और सेना के रुख के चलते ओली ने इस्तीफा दिया।
2. काठमांडू में कर्फ्यू कब तक रहेगा?
अभी 72 घंटे के लिए कर्फ्यू लगाया गया है, स्थिति के अनुसार आगे बढ़ाया जा सकता है।
3. क्या नेपाल में सोशल मीडिया पूरी तरह बैन है?
हाँ, फिलहाल Facebook, Instagram, X, Telegram और WhatsApp ब्लॉक हैं।
4. भारतीयों के लिए नेपाल यात्रा सुरक्षित है?
नहीं, अभी यात्रा से बचने की सलाह दी गई है। विदेश मंत्रालय की एडवाइजरी देखें।
5. बालेंद्र शाह की भूमिका क्या है?
काठमांडू के मेयर बालेंद्र शाह Gen-Z आंदोलन के मुख्य चेहरों में से हैं।