भारत की फिल्मी दुनिया ने देशभक्ति पर आधारित कई अमर गीत दिए हैं, लेकिन जब बात बच्चों के देशभक्ति गीतों की आती है, तो “नन्हा मुन्ना राही हूँ, देश का सिपाही हूँ” हमेशा सबसे आगे रहता है। यह गीत 1962 में रिलीज़ हुई फिल्म ‘Son of India’ का हिस्सा है, जिसे शांति माथुर ने अपनी मधुर आवाज़ से अमर बना दिया।
यह गीत आज भी स्कूलों, कार्यक्रमों और गणतंत्र/स्वतंत्रता दिवस पर बच्चों द्वारा गर्व से गाया जाता है।
🎵 नन्हा मुन्ना राही हूँ – पूरा गीत लिरिक्स
गीत: नन्हा मुन्ना राही हूँ
फिल्म: Son of India (1962)
गायक: शांति माथुर
गीतकार: शकील बदायूंनी
संगीत: नौशाद अली
📝 हिंदी लिरिक्स:
नन्हा मुन्ना राही हूँ, देश का सिपाही हूँ
बोलो मेरे संग – जय हिन्द, जय हिन्द, जय हिन्दरास्ते में चलूँगा न डर‑डर के
चाहे मुझे जीना पड़े मर‑मर के
मंज़िल से पहले न लूंगा कहीं दम
आगे ही आगे बढ़ाऊँगा कदम
दाहिने‑बाएं, दाहिने‑बाएं, थमधूप में पसीना मैं बहाऊँगा जहाँ
हरे‑हरे खेत लहरायेंगे वहाँ
धरती पे फाके न पाएँगे जनम
आगे ही आगे बढ़ाऊँगा कदमनया है ज़माना, मेरी नई है डगर
देश को बनाऊँगा मशीनों का नगर
भारत किसी से रहेगा नहीं कम
आगे ही आगे बढ़ाऊँगा कदमबड़ा हो के देश का सहारा बनूँगा
दुनिया की आँखों का तारा बनूँगा
रखूँगा ऊँचा तिरंगा परचम
आगे ही आगे बढ़ाऊँगा कदमशांति की नगरी है मेरा ये वतन
सबको सिखाऊँगा मैं प्यार का चलन
दुनिया में गिरने न दूँगा कहीं बम
आगे ही आगे बढ़ाऊँगा कदम
🎤 गायक और संगीतकार का योगदान
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गायक: शांति माथुर की बालसुलभ और सशक्त आवाज़ ने इस गीत को बच्चों की जुबान पर चढ़ा दिया।
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गीतकार: शकील बदायूंनी ने सरल लेकिन गहरे शब्दों से देशभक्ति की भावना जगाई।
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संगीत: नौशाद साहब ने धुन को इस तरह रचा कि गीत हर उम्र के लोगों को प्रेरित करता है।
📽️ गीत का महत्व और आज की पीढ़ी में भूमिका
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यह गीत बच्चों के लिए आदर्श देशभक्ति गीत है।
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स्कूलों में बच्चों को यह गीत सिखाया जाता है ताकि उनमें राष्ट्रभक्ति और जिम्मेदारी की भावना विकसित हो।
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आज भी यह गीत स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस और बाल दिवस जैसे आयोजनों में गूंजता है।
📌 प्रमुख विशेषताएं:
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सरल और प्रेरणादायक शब्द
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बच्चों में नेतृत्व और समर्पण की भावना
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भारत को आधुनिक और शांतिप्रिय देश बनाने का सपना
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अनुशासन और परिश्रम का संदेश