मध्यप्रदेश के ग्वालियर जिले में सामने आया राशन घोटाला न सिर्फ गरीबों के अधिकारों पर डाका है, बल्कि यह ऑनलाइन वितरण प्रणाली की भी असफलता को उजागर करता है। करीब 7 करोड़ रुपये का गेहूं और चावल गबन किया गया है, जबकि यह राशन गरीब हितग्राहियों के नाम पर आवंटित हुआ था।
📊 हर महीने हो रही करोड़ों की राशन चोरी
-
ग्वालियर जिले की 540 दुकानों से हर महीने 60,000 क्विंटल राशन का वितरण होता है।
-
यह वितरण POS मशीनों और ऑनलाइन सिस्टम के जरिए ट्रैक होता है।
-
लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है — हितग्राहियों तक राशन पहुंचने से पहले ही बाजार में बेच दिया जा रहा है।
👉 अधिकारियों की जांच में सामने आया कि POS मशीनों में वितरण दिखाया गया, पर जब मौके पर जाकर जांच हुई, तो राशन गायब था।
🔧 घोटाले को रोकने के लिए किए गए बदलाव
सरकार ने इस घोटाले की गंभीरता को समझते हुए राशन वितरण की प्रणाली में बदलाव किए:
-
खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग ने दुकानों और हितग्राहियों का सत्यापन शुरू किया।
-
POS डेटा का मिलान किया गया तो फर्जीवाड़ा उजागर हुआ।
-
खुलासा हुआ कि 2019 से यह घोटाला चल रहा था, जिसमें सबसे अधिक गड़बड़ी डबरा क्षेत्र में हुई — यहां अकेले 6 करोड़ का राशन गायब पाया गया।
📌 अनुमान है कि जिले में कुल घोटाले की राशि 20 करोड़ रुपये तक हो सकती है।
🔐 अब तक 92% सत्यापन पूरा, लेकिन चुनौतियां बरकरार
-
अब तक 92% हितग्राहियों का आधार सत्यापन हो चुका है।
-
शेष बचे हैं:
-
5 साल से छोटे बच्चे
-
80 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्ग
-
-
इनमें से कई के बायोमेट्रिक फिंगरप्रिंट उपलब्ध नहीं हैं, जिससे सत्यापन नहीं हो सका।
🛑 बड़ी मात्रा में मृत व्यक्तियों और विवाहित लड़कियों के नाम पर भी राशन जारी हो रहा था, जिन्हें सिस्टम से हटाया गया है।
🚨 इन दुकानदारों पर दर्ज हुईं एफआईआर – जानिए घोटाले के आरोपी
प्रमुख FIR विवरण (साल 2021–2024 के बीच):
तिथि | स्थान | विक्रेता | घोटाले की राशि |
---|---|---|---|
27 अक्टूबर 2021 | सिरसा | वीरेन्द्र सिंह | ₹12.9 लाख |
27 अक्टूबर 2021 | खेड़ी रायमल | वीरेन्द्र सिंह | ₹5.14 लाख |
21 अक्टूबर 2021 | चिरुली | अवध बिहारी चौबे | ₹4.39 लाख |
30 अक्टूबर 2021 | वीरपुर | कुलदीप मिश्रा | ₹2.12 लाख |
22 दिसंबर 2021 | दौनी | अमर सिंह बाथम | ₹65,809 |
30 जनवरी 2022 | रिछारी खुर्द | अंकेश रावत | ₹10.22 लाख |
29 जून 2021 | बुजुर्ग | मनोज श्रीवास्तव | ₹22.62 लाख |
28 फरवरी 2021 | चिटौली | दिनेश किरार | ₹9.09 लाख |
26 जून 2021 | आरोन | नरेन्द्र सिंह रावत | ₹1,171 |
23 अक्टूबर 2021 | खैरवाया | दिनेश शर्मा व नौशाद खान | ₹3.33 लाख |
26 अगस्त 2021 | पिपरौ | दिनेश शर्मा व नौशाद खान | ₹3.64 लाख |
24 मार्च 2022 | बड़ेराफुटकर | अरविंद श्रीवास्तव | ₹2.08 लाख |
30 मार्च 2022 | महिला उपभोक्ता भंडार | आनंद मिश्रा | ₹6.13 लाख |
4 मई 2022 | मस्तूरा | कुलदीप बिजौल | ₹6.13 लाख |
4 मई 2022 | बनियातोर | कुलदीप बिजौल | ₹4.40 लाख |
11 दिसंबर 2023 | लोगामंडी | विनोद त्यागी | ₹3.11 लाख |
10 जनवरी 2024 | ग्वालियर | अंकुर मुदगल | बिक्री का मामला |
📌 इसके अलावा दिसंबर 2023 से फरवरी 2024 के बीच भी कई दुकानदारों के खिलाफ केस दर्ज हुए।
⚖️ राशन की वसूली प्रक्रिया शुरू, दुकानदारों के कमीशन से कटौती
ग्वालियर जिला आपूर्ति नियंत्रक अरविंद भदौरिया के अनुसार:
“पुराने मामलों की जांच के बाद संबंधित दुकानदारों से राशन का पैसा वसूला जा रहा है। यह रकम उनके कमीशन से काटी जाएगी।”
📢 निष्कर्ष: टेक्नोलॉजी के बावजूद पारदर्शिता अधूरी
ग्वालियर का यह राशन घोटाला इस बात का प्रमाण है कि केवल ऑनलाइन सिस्टम लगाना पर्याप्त नहीं है, जब तक कि निगरानी और जमीनी सत्यापन लगातार न किया जाए।
🧾 जनता का पैसा और गरीबों का हक मारने वाले ऐसे घोटालों पर कड़ी कार्रवाई ही समाधान है।