ब्रेन-ईटिंग अमीबा

ब्रेन-ईटिंग अमीबा का खतरा केरल में: 69 मामले, 19 मौतें – क्या आप सुरक्षित हैं?

केरल में 2025 के शुरुआती महीनों में ब्रेन-ईटिंग अमीबा (Naegleria fowleri) के 69 मामले सामने आए हैं, जिनमें 19 मौतें हुई हैं। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने लोगों से आग्रह किया है कि ताजे पानी में न तैरें, क्योंकि इससे Primary Amoebic Meningoencephalitis (PAM) फैल सकता है।

Naegleria fowleri एक दुर्लभ लेकिन अत्यंत घातक अमीबा है, जो मस्तिष्क और न्यूरल टिशू को संक्रमित कर सकता है। दुनिया भर में इसकी पुष्टि मुख्य रूप से गर्म ताजे पानी के स्रोतों में हुई है, जैसे नदी, तालाब, या गर्म स्प्रिंग्स।

शशि थरूर ने ANI से बातचीत में कहा:
“यह बहुत गंभीर है। बहुत से लोग ताजे पानी में तैरते समय इस घातक वायरस की चपेट में आए हैं। डॉक्टर भी सलाह दे रहे हैं कि तब तक ताजे पानी में न तैरें जब तक कोई सुरक्षित उपाय न मिल जाए।”


Naegleria fowleri और PAM: विशेषज्ञ दृष्टिकोण

Naegleria fowleri एक free-living amoeba है, जो अत्यधिक दुर्लभ लेकिन घातक ब्रेन इंफेक्शन पैदा कर सकता है। इसे आम बोलचाल में ‘ब्रेन-ईटिंग अमीबा’ कहा जाता है।

वैज्ञानिक तथ्य:

  • यह अमीबा मुख्यतः गर्म, stagnant freshwater में रहता है।

  • संक्रमण तब होता है जब पानी नाक के माध्यम से मस्तिष्क में प्रवेश करता है।

  • PAM का mortality rate लगभग 95% है, यानी पकड़े जाने पर बचने की संभावना बेहद कम।

  • प्रारंभिक लक्षण: तेज बुखार, सिरदर्द, मतली, उल्टी। उन्नत स्थिति में मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र क्षति

ऐतिहासिक संदर्भ:

  • अमेरिका में 1962 से अब तक लगभग 400 मामले सामने आए।

  • भारत में यह दुर्लभ है, लेकिन पिछले वर्षों में केरल, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल में केस रिपोर्ट हुए।

  • 2024 में केरल में कुछ क्लस्टर सामने आए थे, जो एक ही जल स्रोत से जुड़े थे।


केरल स्वास्थ्य विभाग की स्थिति और कदम

केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने स्पष्ट किया है कि 2025 में कोई क्लस्टर नहीं है। इस वर्ष के 69 मामलों में से सभी सिंगल केस हैं।

सरकारी उपाय और निगरानी:

  1. जल स्रोतों की नियमित जांच – राज्य के सभी सार्वजनिक तालाब और नदी तट पर पानी की जांच।

  2. अर्ली डिटेक्शन प्रोटोकॉल – Meninjoencephalitis के प्रत्येक केस में अमीबा की जांच।

  3. ट्रीटमेंट गाइडलाइन – यदि Naegleria पाया जाए तो तुरंत antifungal और supportive therapy शुरू की जाती है।

  4. सार्वजनिक चेतावनी – मीडिया और सोशल प्लेटफ़ॉर्म के जरिए ताजे पानी में तैरने से रोकने के निर्देश।

मंत्री ने ANI को बताया:
“हमने हर मेनिन्जोएन्सेफलाइटिस केस की जांच के लिए सख्त निर्देश जारी किए हैं। अगर अमीबा मिलता है, तो तुरंत उपचार शुरू किया जाता है, जिससे जीवन बचाया जा सकता है।”


विशेषज्ञों की सलाह और प्रैक्टिकल टिप्स

क्या सुरक्षित है:

  • समुद्र का पानी और क्लोरीनेटेड स्विमिंग पूल।

  • घरेलू पानी आम तौर पर सुरक्षित।

क्या खतरनाक है:

  • ताजे जल स्रोत जैसे नदी, तालाब, गर्म पानी के सोर्स।

सावधानी के उपाय:

  • ताजे पानी में बच्चों और वृद्धों को तैरने न दें।

  • बुखार, सिरदर्द या न्यूरोलॉजिकल लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

  • गर्म पानी वाले सार्वजनिक जल स्रोतों से दूरी बनाएं।

  • स्वास्थ्य विभाग के निर्देशों का पालन करें।

अनुभव और केस स्टडी:

  • अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में PAM के मरीजों में early detection और antifungal treatment ने कुछ जिंदगियाँ बचाईं।

  • विशेषज्ञों का कहना है कि जागरूकता और पानी की सुरक्षा से जोखिम को लगभग 80-90% तक कम किया जा सकता है।


निष्कर्ष और Takeaway

केरल में ब्रेन-ईटिंग अमीबा (Naegleria fowleri) का खतरा वास्तविक है। सावधानी और सरकारी निर्देशों का पालन करने से इसे नियंत्रित किया जा सकता है।

मुख्य सुझाव:

  • ताजे पानी में न तैरें।

  • बच्चों और संवेदनशील लोगों को विशेष सुरक्षा दें।

  • किसी भी न्यूरोलॉजिकल लक्षण पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।

  • सरकारी स्वास्थ्य अलर्ट और समाचारों को नियमित रूप से देखें।

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