गर्भावस्था में फल खाने का महत्व
फल विटामिन, मिनरल, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट का बेहतरीन स्रोत होते हैं। ये
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मितली और उल्टी में राहत,
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कब्ज की समस्या को कम,
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ब्लड शुगर को नियंत्रित
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और शरीर को हाइड्रेटेड रखने में मदद करते हैं।
गर्भावस्था में खाने योग्य 7 बेहतरीन फल
1. संतरा (Orange)
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हाइड्रेशन और फोलेट का बेहतरीन स्रोत।
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मितली और उल्टी में राहत,
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कब्ज की समस्या को कम,
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ब्लड शुगर को नियंत्रित
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और शरीर को हाइड्रेटेड रखने में मदद करते हैं।
विटामिन C से भरपूर, जो आयरन के अवशोषण में मदद करता हैं।
गर्भावस्था में फल खाने का महत्व
फल विटामिन, मिनरल, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट का बेहतरीन स्रोत होते हैं। ये
गर्भावस्था में खाने योग्य 7 बेहतरीन फल
1. संतरा (Orange)
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हाइड्रेशन और फोलेट का बेहतरीन स्रोत।
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विटामिन C से भरपूर, जो आयरन के अवशोषण में मदद करता है।
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एंटीऑक्सीडेंट गुण से कोशिकाओं की रक्षा करता है।
2. आम (Mango)
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विटामिन C और विटामिन A से भरपूर।
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इम्यूनिटी मजबूत करने और आंखों के स्वास्थ्य के लिए ज़रूरी।
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मध्यम मात्रा में सेवन करें, ताकि पोषण संतुलित रहे।
3. एवोकाडो (Avocado)
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फोलेट, पोटैशियम, मैग्नीशियम, कोलीन और हेल्दी फैट का स्रोत।
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मितली और पैर की ऐंठन में राहत देता है।
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बच्चे के मस्तिष्क और तंत्रिका विकास के लिए ज़रूरी।
4. नींबू (Lemon)
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मितली से राहत और पाचन में सुधार।
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विटामिन C से भरपूर।
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दांतों के तामचीनी की सुरक्षा के लिए सेवन के बाद कुल्ला करें।
5. केला (Banana)
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पोटैशियम, विटामिन B6 और फाइबर का अच्छा स्रोत।
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कब्ज और मितली में फायदेमंद।
6. जामुन (Berries)
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कार्बोहाइड्रेट, फोलेट, विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर।
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ऊर्जा प्रदान करता है और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है।
7. सेब (Apple)
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फाइबर, विटामिन A, विटामिन C और पोटैशियम का स्रोत।
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बच्चों में एलर्जी और अस्थमा के खतरे को कम करता है।
गर्भावस्था में किन फलों से बचें?
कुछ फल प्रेगनेंसी के दौरान हानिकारक हो सकते हैं:
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पपीता (Papaya)
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अनानास (Pineapple)
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काला अंगूर (Black Grapes)
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खजूर (Dates) (अधिक मात्रा में)
गर्भावस्था में फल खाने के फायदे
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कब्ज से राहत
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पोषक तत्वों की पूर्ति
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मीठा खाने की लालसा में कमी
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ब्लड शुगर कंट्रोल
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मितली से राहत
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शरीर को हाइड्रेटेड रखना
सावधानियां
गर्भावस्था एक नाजुक समय है। किसी भी फल या डाइट में बदलाव करने से पहले स्त्री रोग विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
📞 प्रिस्टिन केयर से निःशुल्क परामर्श लें — देश के अनुभवी डॉक्टरों से कनेक्ट होकर नॉर्मल डिलीवरी की संभावना बढ़ाएं।
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एंटीऑक्सीडेंट गुण से कोशिकाओं की रक्षा करता
2. आम (Mango)
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विटामिन C और विटामिन A से भरपूर।
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इम्यूनिटी मजबूत करने और आंखों के स्वास्थ्य के लिए ज़रूरी।
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मध्यम मात्रा में सेवन करें, ताकि पोषण संतुलित रहे।
3. एवोकाडो (Avocado)
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फोलेट, पोटैशियम, मैग्नीशियम, कोलीन और हेल्दी फैट का स्रोत।
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मितली और पैर की ऐंठन में राहत देता है।
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बच्चे के मस्तिष्क और तंत्रिका विकास के लिए ज़रूरी।
4. नींबू (Lemon)
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मितली से राहत और पाचन में सुधार।
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विटामिन C से भरपूर।
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दांतों के तामचीनी की सुरक्षा के लिए सेवन के बाद कुल्ला करें।
5. केला (Banana)
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पोटैशियम, विटामिन B6 और फाइबर का अच्छा स्रोत।
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कब्ज और मितली में फायदेमंद।
6. जामुन (Berries)
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कार्बोहाइड्रेट, फोलेट, विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर।
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ऊर्जा प्रदान करता है और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है।
7. सेब (Apple)
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फाइबर, विटामिन A, विटामिन C और पोटैशियम का स्रोत।
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बच्चों में एलर्जी और अस्थमा के खतरे को कम करता है।
गर्भावस्था में किन फलों से बचें?
कुछ फल प्रेगनेंसी के दौरान हानिकारक हो सकते हैं:
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पपीता (Papaya)
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अनानास (Pineapple)
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काला अंगूर (Black Grapes)
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खजूर (Dates) (अधिक मात्रा में)
गर्भावस्था में फल खाने के फायदे
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कब्ज से राहत
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पोषक तत्वों की पूर्ति
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मीठा खाने की लालसा में कमी
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ब्लड शुगर कंट्रोल
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मितली से राहत
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शरीर को हाइड्रेटेड रखना
सावधानियां
गर्भावस्था एक नाजुक समय है। किसी भी फल या डाइट में बदलाव करने से पहले स्त्री रोग विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।