Yakeen (1969

दिल जो तुम्हारा है कैसा बेचारा है लिरिक्स – Yakeen (1969) | Mohammed Rafi

1969 की सुपरहिट फिल्म यकीन (Yakeen) का यह गाना “दिल जो तुम्हारा है, कैसा बेचारा है” आज भी मोहब्बत के दर्द और उम्मीदों को खूबसूरती से बयान करता है। इसे अपनी बेमिसाल आवाज़ से सजाया है मोहम्मद रफ़ी साहब ने। गाने के बोल लिखे हैं हसरत जयपुरी ने और संगीत दिया है शंकर-जयकिशन ने।


🎶 दिल जो तुम्हारा है लिरिक्स हिंदी में

दिल जो तुम्हारा है
कैसा बेचारा है
अजनबी के लिए
क्यों इस पे प्यार आया
क्या था कसूर इसका
जो तूने ठुकराया

दिल जो तुम्हारा है
कैसा बेचारा है...

साथ जीने का
साथ मरने का
हमने किया था वादा
मेरे साथ चलते चलते
तूने किया क्या इरादा

क्या क्या न सोचा था
क्या क्या न चाहा था
सपनों का था सहारा
क्या था कसूर इसका
जो तूने ठुकराया

दिल जो तुम्हारा है
कैसा बेचारा है...

मेरी ख़ताओं को
तू भूल जाए तो
मैं फिर से दिल लगाऊं
तेरे फ़साने में
सपने सजाऊं मैं
फिर से तुझे चाहूं

तेरे लिए सब कुछ
मेरा है छोड़ आया
अब न तू सताना
क्या था कसूर इसका
जो तूने ठुकराया

दिल जो तुम्हारा है
कैसा बेचारा है...


🎤 गाने से जुड़ी जानकारी:

  • 🎬 फिल्म: यकीन (Yakeen) – 1969

  • 🎼 संगीतकार: शंकर-जयकिशन

  • ✍️ गीतकार: हसरत जयपुरी

  • 🎙️ गायक: मोहम्मद रफ़ी

  • 🎭 अभिनेता: धर्मेंद्र, शारदा


📌 क्यों है ये गाना आज भी ख़ास?

  • मोहब्बत के दर्द और जुदाई की भावनाएं इस गाने में बेहद खूबसूरती से बयान की गई हैं।

  • मोहम्मद रफ़ी की भावपूर्ण आवाज़ आज भी दिल को छू जाती है।

  • पुराने हिंदी फिल्मों के क्लासिक गानों की सूची में यह गाना एक अमिट छाप छोड़ता है।

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