भोपाल में पुलिस ने एक अलग ही मिसाल पेश की है। आम जनता को यातायात नियमों का पालन सिखाने से पहले खुद पुलिसकर्मियों को सुधारने की जिम्मेदारी उठाई गई है। इस पहल का नाम है:
“पहले खुद सुधरेंगे, फिर दूसरों को सुधारेंगे”।
इस अनोखे अभियान के तहत मंगलवार को ऐसे 11 पुलिसकर्मियों पर चालान किया गया जो:
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बिना सीट बेल्ट के कार चला रहे थे
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बिना हेलमेट के बाइक पर थे
🎯 अभियान का उद्देश्य
इस मुहिम के पीछे मुख्य मकसद है:
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सड़क हादसों में कमी लाना
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ट्रैफिक नियमों के प्रति आम जनता में जागरूकता बढ़ाना
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पुलिस को एक आदर्श के रूप में स्थापित करना
ट्रैफिक पुलिस का मानना है कि जब पुलिस खुद नियम तोड़ेगी, तो आम नागरिकों से नियम पालन की अपेक्षा कैसे की जा सकती है?
👮♂️ पुलिसकर्मियों को मिली चेतावनी
जिन पुलिसकर्मियों का चालान काटा गया, उन्हें भविष्य में ऐसी गलती न दोहराने की सख्त चेतावनी भी दी गई। यह एक स्पष्ट संदेश है कि:
“कानून सबके लिए बराबर है, चाहे वह आम नागरिक हो या पुलिसकर्मी।”
🛡️ सड़क सुरक्षा को लेकर सख्ती
भोपाल ट्रैफिक पुलिस द्वारा चलाए गए इस अभियान की खास बातें:
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सभी पुलिसकर्मियों पर बिना भेदभाव कार्रवाई
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हेलमेट और सीट बेल्ट जैसे मूलभूत नियमों पर ज़ोर
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जनता से अपील कि वे भी नियमों का सख्ती से पालन करें
📞 आम जनता के लिए हेल्पलाइन
अगर किसी को यातायात व्यवस्था में परेशानी या शिकायत हो, तो भोपाल पुलिस ने संपर्क के लिए निम्नलिखित हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं:
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0755-2677340
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0755-2443850
🙋 जनता से सीधा संवाद
भोपाल पुलिस ने सभी नागरिकों से अपील की है:
“सड़क पर चलते समय ट्रैफिक नियमों का पालन करें। यह न केवल आपकी, बल्कि दूसरों की जान भी बचा सकता है।”
📢 संदेश साफ है: बदलाव की शुरुआत खुद से
इस सड़क सुरक्षा अभियान के जरिए भोपाल पुलिस यह स्पष्ट संदेश देना चाहती है:
“अगर पुलिस ही नियम तोड़ेगी, तो फिर आम नागरिकों से कैसे उम्मीद की जा सकती है कि वे कानून का पालन करें?”
यही वजह है कि इस बार सड़क सुरक्षा महीने की शुरुआत खुद पुलिसकर्मियों के चालान से हुई।