बार-बार नींद आने की समस्या: कारण, लक्षण और बचाव
आजकल बहुत से लोग शिकायत करते हैं कि दिनभर काम करते समय या क्लिनिक/ऑफिस में अचानक नींद आने लगती है। यह केवल थकान का नतीजा नहीं है, बल्कि इसके पीछे कई शारीरिक और मानसिक कारण छिपे हो सकते हैं।
बार-बार नींद आने के कारण
1. नींद की गुणवत्ता खराब होना
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देर रात तक मोबाइल/टीवी देखना
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अनियमित सोने का समय
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नींद बार-बार टूटना
2. स्लीप एपनिया (Sleep Apnea)
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तेज़ खर्राटे आना
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सोते समय सांस रुकना
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गहरी नींद न आना
3. थायरॉयड और डायबिटीज़
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हार्मोनल गड़बड़ी और शुगर लेवल का असंतुलन
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थकान और नींद दोनों बढ़ना
4. खून की कमी (एनीमिया)
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हीमोग्लोबिन की कमी
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शरीर में ऑक्सीजन की कमी से लगातार नींद
5. मानसिक तनाव और डिप्रेशन
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लगातार टेंशन
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मूड स्विंग, थकावट और नींद
6. दवाइयों का असर
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एलर्जी, दर्द निवारक या एंटीडिप्रेशन दवाइयाँ नींद ला सकती हैं
लक्षण
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बार-बार जम्हाई आना
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सिर भारी रहना
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सुबह उठते ही थकान
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ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई
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झपकी आना
घरेलू उपाय और बचाव
जीवनशैली सुधारें
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रोज़ाना 7–8 घंटे की नींद लें
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सोने से 1 घंटा पहले मोबाइल/टीवी बंद करें
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रात को हल्का और संतुलित आहार लें
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नियमित सोने-जागने का समय रखें
तुरंत राहत के लिए
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नींद आने पर थोड़ी देर टहलें
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गहरी साँस लेकर मेडिटेशन करें
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पर्याप्त पानी पिएँ
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चाय/कॉफी सीमित मात्रा में लें
डॉक्टर को कब दिखाएँ?
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रोज़ लगातार नींद आना
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खर्राटे और सांस रुकना
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वजन घटना/बढ़ना
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कमजोरी और थकान
ऐसी स्थिति में डॉक्टर से ब्लड टेस्ट (Hb, शुगर, थायरॉयड) और स्लीप टेस्ट कराना ज़रूरी है।
निष्कर्ष
बार-बार नींद आना केवल आलस नहीं बल्कि एक मेडिकल समस्या हो सकती है। सही नींद की आदतें, संतुलित आहार और समय पर डॉक्टर से जांच करवाना ज़रूरी है।