सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) भारत सरकार की एक छोटी बचत योजना है, जिसे बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत शुरू किया गया था। यह योजना माता-पिता को अपनी बेटियों की पढ़ाई और शादी के खर्च के लिए एक सुरक्षित और गारंटीड निवेश विकल्प देती है।
बेटी की पढ़ाई के लिए सुकन्या समृद्धि योजना क्यों चुनें?
-
उच्च ब्याज दर: फिलहाल इस पर लगभग 8% तक ब्याज मिल रहा है।
-
टैक्स लाभ: धारा 80C के तहत निवेश पर टैक्स छूट मिलती है।
-
सरकारी गारंटी: यह योजना भारत सरकार द्वारा समर्थित है, इसलिए निवेश पूरी तरह सुरक्षित है।
-
आंशिक निकासी सुविधा: 18 साल की उम्र के बाद बेटी की उच्च शिक्षा के लिए 50% राशि निकाली जा सकती है।
निवेश और मैच्योरिटी कैलकुलेशन
निवेश अवधि | मासिक निवेश (₹) | कुल निवेश (15 साल) | अनुमानित रिटर्न (21 साल बाद) |
---|---|---|---|
15 साल | ₹3,000 | ₹5,40,000 | ₹11,00,000+ |
15 साल | ₹5,000 | ₹9,00,000 | ₹18,50,000+ |
15 साल | ₹10,000 | ₹18,00,000 | ₹37,00,000+ |
👉 यानी यदि आप नियमित रूप से निवेश करते हैं, तो बेटी की पढ़ाई और शादी दोनों के लिए पर्याप्त फंड आसानी से तैयार हो सकता है।
सुकन्या समृद्धि योजना से बेटी की पढ़ाई का खर्च कैसे निकलेगा?
-
बेटी के 18 साल पूरे होने पर आप 50% रकम उच्च शिक्षा के लिए निकाल सकते हैं।
-
यह राशि कॉलेज फीस, किताबें, हॉस्टल चार्ज और अन्य शैक्षिक खर्चों में काम आएगी।
-
शेष रकम योजना के अंत (21 साल) तक मैच्योर होकर बेटी की शादी या अन्य बड़े खर्चों के लिए उपलब्ध होगी।
Quote Box
“सुकन्या समृद्धि योजना माता-पिता को यह विश्वास दिलाती है कि बेटी की पढ़ाई और शादी का खर्च बिना कर्ज के पूरा किया जा सकता है।”
निवेश के लिए जरूरी नियम
-
खाता बेटी की उम्र 10 साल से पहले खुलना चाहिए।
-
न्यूनतम निवेश: ₹250 प्रति साल
-
अधिकतम निवेश: ₹1.5 लाख प्रति साल
-
निवेश की अवधि: 15 साल
-
मैच्योरिटी अवधि: 21 साल
- ALSO READ: 500 SIP से 5 साल रिटर्न: Dhan App के जरिए निवेश और फायदे
FAQ Section (Schema-ready)
Q1: बेटी की पढ़ाई के लिए सुकन्या समृद्धि योजना से कितनी रकम निकाली जा सकती है?
A: बेटी के 18 साल पूरे होने पर कुल राशि का 50% उच्च शिक्षा के लिए निकाला जा सकता है।
Q2: सुकन्या समृद्धि योजना की ब्याज दर क्या है?
A: फिलहाल लगभग 8% सालाना ब्याज मिलता है, जिसे सरकार तिमाही आधार पर तय करती है।
Q3: क्या SSY पर टैक्स छूट मिलती है?
A: हां, धारा 80C के तहत निवेश पर ₹1.5 लाख तक टैक्स छूट उपलब्ध है।
Q4: अगर बेटी की शादी जल्दी हो जाए तो क्या होगा?
A: योजना का खाता शादी के बाद बंद करना अनिवार्य होता है।