नोएडा डीएलएफ कमलियाज़ प्रॉपर्टी

नोएडा में कौन सी प्रॉपर्टी बन सकती है ‘डीएलएफ कमलियाज़’ का विकल्प?

हर शहर की रियल एस्टेट मार्केट में एक “हीरो प्रॉपर्टी” होती है। किसी शहर का यह आइकॉनिक प्रोजेक्ट न सिर्फ लोकेशन के लिए जाना जाता है बल्कि उसकी कीमत, डिजाइन और जेंट्री भी इसे खास बनाती है। गुरुग्राम में यह प्रॉपर्टी डीएलएफ कमलियाज़ है। लेकिन नोएडा और ग्रेटर नोएडा में क्या ऐसी कोई प्रॉपर्टी है जो भविष्य में कमलियाज़ जैसी बन सकती है?

इस लेख में हम यह विस्तार से समझेंगे।


गुरुग्राम में डीएलएफ कमलियाज़ क्यों है खास?

1. प्राइम लोकेशन – गोल्फ कोर्स रोड

डीएलएफ कमलियाज़ गोल्फ कोर्स रोड पर स्थित है। यह लोकेशन गुरुग्राम का सबसे प्रीमियम कॉरिडोर है, जो कमर्शियल और रेजिडेंशियल सेक्टर्स को जोड़ता है।

  • पास में डीएलएफ साइबर हब, वन होराइजन सेंटर जैसी कमर्शियल हब्स।

  • गुरुग्राम की रैपिड मेट्रो सीधे इसी रोड से गुजरती है।

  • Bollywood मूवीज और फोटोशूट्स में भी इस रोड की खूबसूरती अक्सर दिखाई जाती है।

2. अल्ट्रा-लग्ज़री अपार्टमेंट्स

  • 4BHK और 5BHK कॉन्फ़िगरेशन

  • मिनिमम साइज: 7400 स्क्वायर फीट

  • इटालियन मार्बल फ्लोरिंग, प्राइवेट लिफ्ट लॉबी और कस्टम वुड वर्क

3. पावरफुल कम्युनिटी

स्टार्टअप फाउंडर्स और कॉर्पोरेट लीडर्स जैसे दीपिंदर गोयल, अशनीर ग्रोवर, अमन गुप्ता आदि यहाँ रहते हैं। यह कम्युनिटी इसे और भी प्रीमियम बनाती है।

4. अल्ट्रा प्रीमियम फैसिलिटीज

  • 160,000 स्क्वायर फीट क्लब हाउस

  • प्राइवेट स्पा, जिम, स्विमिंग पूल और इवेंट हॉल

गुरुग्राम में डीएलएफ कमलियाज़ एक ऐसा “100 करोड़ क्लब” है, जहाँ सभी जाना चाहते हैं लेकिन केवल चुनिंदा लोग ही एक्सेस कर पाते हैं।


नोएडा और ग्रेटर नोएडा की स्थिति

नोएडा ग्रेटर नोएडा काफी वेल-प्लान्ड सिटी है।

लेकिन गुरुग्राम से पिछड़ता है क्यों?

  • आईटी और कॉर्पोरेट कल्चर में गुरुग्राम आगे है।

  • नोएडा की शुरुआत इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट के लिए हुई थी, जिससे आईटी हब नहीं बन पाया।

  • जेवर एयरपोर्ट के पूरा होने के बाद ही आईटी और कॉर्पोरेट डोमिनेंस बढ़ने की उम्मीद।

अल्ट्रा रिच कम्युनिटी की प्रेफरेंस

  • अधिकांश अल्ट्रा रिच लोग अभी भी दिल्ली के ग्रेटर कैलाश, ईस्ट दिल्ली में अपना बेस बनाए हुए हैं।

  • उदाहरण: विजय शेखर शर्मा (Paytm) ग्रेटर कैलाश में, मनोज गौर (गौर सनंस) बाराखंबा रोड में।


नोएडा में डीएलएफ कमलियाज़ जैसा कौन सा प्रोजेक्ट हो सकता है?

1. एट इयर्स नाइट ब्रिज – नोएडा एक्सप्रेसवे

  • मिनिमम 6000 स्क्वायर फीट अपार्टमेंट्स

  • एलिट क्लास टारगेटेड

  • रात में एक्सप्रेसवे से प्रोजेक्ट का फसाड बेहद लग्ज़री लगता है

  • टाइमली डिलीवरी पर कमलियाज़ जैसा लेवल संभव

2. ट्रंप टावर्स – एमथ्रियम कैलिनन

  • गुरुग्राम वाले ट्रंप टावर्स में डे वन सोल्ड आउट का रिकॉर्ड

  • नोएडा में भी एलिट क्लास के लिए नया स्टैंडर्ड सेट करेगा

  • मार्केट रेट: ₹40,000 प्रति स्क्वायर फीट (EOI)

  • M3M कैलिनन का लोकेशन और हाई स्ट्रीट कमर्शियल प्रॉक्सी

3. मैक्स स्टेट – सेक्टर 128

  • नोएडा एक्सप्रेसवे पर लोकेटेड, जेपी ग्रीन स्विस टाउन में

  • गोल्फ कोर्स और विश्वकर्मा रोड का व्यू

  • कंस्ट्रक्शन स्पीड अच्छी, पिछला रिकॉर्ड भरोसेमंद

4. गुलशन डायनेस्टी – रेडी टू मूव

  • 4BHK, 4800 स्क्वायर फीट

  • एक्सप्रेसवे से 1.5–2 कि.मी. दूर

  • ट्रांसपोर्ट कनेक्टिविटी के मामले में थोड़ा पीछे

नोट: सेक्टर 150 के प्रोजेक्ट्स रजिस्ट्री प्रॉब्लम्स की वजह से इस लिस्ट में नहीं शामिल।


नोएडा मार्केट की यूनिक इनसाइट्स

  • यमुना एक्सप्रेसवे पर डेवलपमेंट आने वाले समय में नोएडा का फेस बदल सकता है।

  • कई मौजूदा प्रॉपर्टीज कमलियाज़ लेवल की क्वालिटी रखती हैं, लेकिन लोकेशन और पावर कम्युनिटी की कमी होती है।

  • एयरपोर्ट और आईटी हब आने के बाद नोएडा में अल्ट्रा प्रीमियम रियल एस्टेट की डिमांड तेजी से बढ़ सकती है।


FAQs – नोएडा में अल्ट्रा प्रीमियम प्रॉपर्टीज

Q1. नोएडा में डीएलएफ कमलियाज़ जैसी प्रॉपर्टी कितनी जल्दी बन सकती है?
A: जेवर एयरपोर्ट और यमुना एक्सप्रेसवे पर आने वाले डेवलपमेंट के साथ, 3–5 साल में पोटेंशियल है।

Q2. कौन सी प्रॉपर्टीज सबसे ज्यादा एलिट टारगेट करती हैं?
A: एट इयर्स नाइट ब्रिज, ट्रंप टावर्स और मैक्स स्टेट सेक्टर 128।

Q3. रियल एस्टेट निवेश के लिए कौन सा फोकस बेहतर है – गुरुग्राम या नोएडा?
A: यदि आईटी और कॉर्पोरेट एक्सपोज़र चाहते हैं तो गुरुग्राम, लेकिन वेल-प्लान्ड सिटी और लॉन्ग टर्म ग्रोथ के लिए नोएडा।

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