भारत-पाकिस्तान संबंध एक बार फिर सुर्खियों में हैं, और वजह है पाकिस्तान सेना प्रमुख आसिम मुनीर बयान जिसमें उन्होंने खुले तौर पर परमाणु हथियारों का ज़िक्र करते हुए आधी दुनिया को डुबाने तक की धमकी दे दी। यह बयान जून 2025 में अमेरिका यात्रा के दौरान पाकिस्तानी समुदाय को संबोधित करते समय आया, जिससे दक्षिण एशिया की सुरक्षा और कूटनीति पर गंभीर सवाल खड़े हो गए।
आसिम मुनीर का विवादित परमाणु धमकी वाला बयान
अमेरिका के फ्लोरिडा में आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए आसिम मुनीर ने कहा —
“हम एक परमाणु राष्ट्र हैं। अगर हमें लगा कि हम डूब रहे हैं, तो हम आधी दुनिया को अपने साथ डुबा देंगे।”
इस कथन को भारत में न सिर्फ़ परमाणु ब्लैकमेलिंग के तौर पर देखा जा रहा है, बल्कि इसे वैश्विक स्थिरता के लिए भी खतरा माना जा रहा है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने तुरंत इस पर प्रतिक्रिया दी और पाकिस्तान की “गैर-जिम्मेदाराना परमाणु नीति” की निंदा की।
भारत के खिलाफ सीधी सैन्य धमकी
अपने संबोधन में मुनीर ने सिर्फ़ परमाणु हथियारों का ज़िक्र ही नहीं किया, बल्कि भारत पर हमले की योजना भी सामने रखी। उन्होंने दावा किया कि अगर भारत सिंधु नदी पर बांध बनाता है, तो पाकिस्तान “10 मिसाइल मारकर उन्हें नष्ट कर देगा।”
साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि युद्ध की स्थिति में पाकिस्तान भारत के पूर्वी हिस्से से हमला शुरू करेगा और पश्चिम की ओर बढ़ेगा — एक ऐसा बयान जो भारत की सुरक्षा रणनीति को सीधी चुनौती देता है।
धार्मिक संदर्भ और विवादास्पद उदाहरण
मुनीर ने अपने भाषण की शुरुआत कुरान की “सूर अलसफ” और “सूरह फील” की आयतों के हवाले से की। विश्लेषकों के मुताबिक, इन आयतों के जरिए उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से यह संकेत दिया कि भारतीय उद्योगपति युद्ध में निशाने पर हो सकते हैं।
इसके अलावा, उन्होंने दावा किया कि “दुनिया में अब तक सिर्फ दो राज्य कलमे के आधार पर बने हैं — पाकिस्तान और मदीना”। इतिहासकारों ने इस दावे को तथ्यहीन बताया है।
भारत-पाकिस्तान सैन्य तुलना: “फरारी बनाम ट्रक” उदाहरण
मुनीर ने भारत को “फरारी जैसी चमचमाती मर्सिडीज” और पाकिस्तान को “बजरी से भरा ट्रक” बताया। उनका तर्क था कि अगर ट्रक और कार टकराएंगे, तो नुकसान कार का होगा।
भारतीय रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह उदाहरण पाकिस्तान की “न्यूसेंस वैल्यू” वाली सैन्य नीति को दर्शाता है — जहां सीधी जीत की संभावना न होने पर, दुश्मन को परेशान करने पर जोर होता है।
पूर्वी मोर्चा और भारत की तैयारी
मुनीर का “पूर्व से युद्ध शुरू” करने वाला बयान भारत के लिए नया नहीं है। 1971 के युद्ध में भी पाकिस्तान ने पूर्व और पश्चिम दोनों मोर्चों पर लड़ाई की थी, जिसका नतीजा बांग्लादेश का गठन रहा।
आज भारत की पूर्वी कमान (Eastern Command) और माउंटेन स्ट्राइक कोर न सिर्फ़ चीन बल्कि पाकिस्तान के किसी भी अप्रत्याशित कदम के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
अमेरिकी कूटनीति में पाकिस्तान की बढ़ती पकड़
विश्लेषकों के अनुसार, ट्रंप प्रशासन के साथ पाकिस्तान की नज़दीकियों में इज़ाफ़ा हुआ है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान ने ट्रंप परिवार से जुड़े क्रिप्टो व्यवसाय में निवेश किया, जिसे भारतीय रणनीतिक समुदाय “घूस के बदले कूटनीति” के रूप में देख रहा है।
मुनीर की अमेरिका यात्रा और वहां मिली गर्मजोशी को भी इसी परिप्रेक्ष्य में देखा जा रहा है।
निष्कर्ष: भारत के लिए रणनीतिक संकेत
पाकिस्तान सेना प्रमुख आसिम मुनीर बयान भारत के लिए केवल शब्दों की लड़ाई नहीं है। यह एक ऐसा संदेश है जिसमें धार्मिक, सामरिक और कूटनीतिक सभी पहलू शामिल हैं।
नई दिल्ली के लिए यह जरूरी है कि वह न केवल सैन्य स्तर पर, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी पाकिस्तान की परमाणु धमकी की पोल खोलते हुए अपनी स्थिति मजबूत करे।