भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EVs) का मार्केट 2025 में पहले से कहीं ज्यादा तेज़ी से बढ़ रहा है। पेट्रोल-डीज़ल की कीमतों में उछाल, सरकार की EV पॉलिसी और बढ़ते चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर ने लोगों की रुचि को और बढ़ाया है। लेकिन EV कार खरीदना सिर्फ ट्रेंड नहीं, बल्कि एक समझदारी भरा निवेश भी है — अगर आप सही जानकारी के साथ खरीदें तो।
नीचे दी गई 7 ज़रूरी बातें आपको EV कार खरीदने से पहले ज़रूर पता होनी चाहिए:
1. रेंज (Range) की हकीकत समझें
कंपनियां जो रेंज बताती हैं, वह आदर्श परिस्थितियों में होती है। असल में ट्रैफिक, एसी का इस्तेमाल और रोड कंडीशन रेंज को प्रभावित करते हैं।
टिप: कम से कम 300-400 किमी की रियल वर्ल्ड रेंज वाली EV चुनें।
2. चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की जांच करें
आपके शहर और रूट पर कितने फास्ट चार्जिंग स्टेशन हैं, यह पहले पता कर लें।
टिप: घर में चार्जिंग पॉइंट इंस्टॉल कराना सबसे बेहतर है।
3. बैटरी वारंटी और लाइफस्पैन
बैटरी EV का सबसे महंगा पार्ट है।
टिप: 8 साल या 1.5 लाख किमी तक की बैटरी वारंटी वाली गाड़ी चुनें।
4. सरकारी सब्सिडी और टैक्स बेनिफिट्स
भारत में FAME-II और राज्य सरकारों की EV पॉलिसी के तहत सब्सिडी मिलती है।
टिप: खरीदने से पहले अपनी स्टेट की EV पॉलिसी चेक करें।
5. मेंटेनेंस कॉस्ट
EVs का मेंटेनेंस पेट्रोल/डीज़ल कार से कम है, लेकिन टायर, ब्रेक और बैटरी मैनेजमेंट सिस्टम की सर्विस ज़रूरी है।
6. रिसेल वैल्यू
EV मार्केट नया है, इसलिए रिसेल वैल्यू का अंदाज़ा लगाना मुश्किल है। लेकिन टाटा, महिंद्रा, MG जैसी ब्रांड्स की वैल्यू बेहतर हो रही है।
7. फीचर्स और टेक्नोलॉजी अपडेट्स
OTA (Over-The-Air) अपडेट्स, ADAS, रिजनरेटिव ब्रेकिंग और स्मार्ट चार्जिंग जैसी तकनीकें EV को भविष्य के लिए तैयार बनाती हैं।
📌 बोनस टिप:
अगर आप लॉन्ग-ड्राइव लवर हैं, तो हाइब्रिड या प्लग-इन हाइब्रिड भी एक ऑप्शन हो सकता है।