2024 के लोकसभा चुनावों के बाद से विपक्ष लगातार चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल उठा रहा है। इस कड़ी में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने एक बार फिर चुनाव आयोग (EC) पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया कि बेंगलुरु सेंट्रल लोकसभा सीट पर 40,000 से अधिक वोटरों के पते फर्जी या अस्पष्ट हैं।
🧾 राहुल गांधी के आरोपों की मुख्य बातें
राहुल गांधी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के ज़रिए तथाकथित गड़बड़ियों की जानकारी दी। उन्होंने डिजिटल स्क्रीन पर कई उदाहरण दिखाए और वोटर लिस्ट में धांधली को साबित करने के लिए “सबूत” पेश किए।
✅ तीन प्रकार की प्रमुख गड़बड़ियां:
-
हाउस नंबर या पता ‘0’ दर्शाया गया है।
-
स्ट्रीट नंबर, एड्रेस, पिता का नाम – सभी या तो अस्पष्ट हैं या अक्षरों का मिश्रण हैं।
-
कुछ पते की पुष्टि करना असंभव है क्योंकि वे वास्तविक रूप से अस्तित्व में ही नहीं हैं।
📍 वोटर लिस्ट में उदाहरणों के साथ खुलासे
राहुल गांधी ने कुछ चौंकाने वाले उदाहरण सामने रखे:
-
टीका कुमारी आचार्य (35 वर्ष) का EPIC नंबर SVF8280943, लेकिन घर का नंबर: 0
-
पति का नाम: YTDTR
-
-
टेक राज सपकोटा (40 वर्ष), EPIC नंबर SVF8249344, पिता का नाम: DFOGADF, घर का नंबर: 0
-
सरिता देवी (38 वर्ष), बूथ नंबर 432, पिता का नाम: ITSDLHUG, घर का नंबर: 0
🏠 एक ही घर में 80 वोटर?
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि एक छोटे से एक कमरे के घर में 80 वोटर दर्ज किए गए हैं।
-
बूथ 470: एक कमरे का मकान, जहां दर्जनों लोग वोटर लिस्ट में दर्ज हैं।
-
बूथ 366: एक ही बेडरूम वाले घर में 46 अलग-अलग परिवारों के वोटर पंजीकृत हैं।
-
जब कांग्रेस कार्यकर्ता वहां पहुँचे तो कोई व्यक्ति वहां मौजूद नहीं मिला।
-
🍺 बीयर क्लब में वोटर?
राहुल ने एक और अविश्वसनीय दावा किया:
-
153 BIERE CLUB – एक बीयर बनाने की जगह, जहां वोटर लिस्ट के अनुसार 68 लोग “रहते” थे।
-
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जब मौके पर जाकर पूछताछ की, तो स्थानीय लोग भी अनजान थे कि ये लोग कौन हैं और कहां हैं।
🖼️ 4,132 वोटरों की फोटो अस्पष्ट
-
इन लोगों की तस्वीरें या तो बहुत छोटी थीं या स्पष्ट नहीं थीं, जिससे पहचान संभव नहीं है।
📄 फर्स्ट टाइम वोटर में भी गड़बड़ी
राहुल गांधी के अनुसार:
-
33,692 मतदाताओं के नाम पर Form-6 का गलत इस्तेमाल किया गया।
-
उदाहरण: शकुन रानी, उम्र 70 वर्ष, दो बार वोटर लिस्ट में पंजीकृत, यानी दो बार वोट डालने की आशंका।
📣 राहुल गांधी का चुनाव आयोग पर सीधा हमला
राहुल गांधी ने कहा:
“यह सिर्फ तकनीकी गलती नहीं है, बल्कि सोची-समझी रणनीति के तहत वोटर लिस्ट से छेड़छाड़ है। चुनाव आयोग को इसका जवाब देना होगा।”
उन्होंने EC (चुनाव आयोग) से स्पष्ट किया कि अगर ऐसी गड़बड़ियां सुधारने की प्रक्रिया नहीं अपनाई गई तो देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को गहरा नुकसान हो सकता है।
🗳️ क्या कहता है चुनाव आयोग?
अब तक चुनाव आयोग की ओर से इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि इससे पहले पश्चिम बंगाल और बिहार में वोटर वेरिफिकेशन प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है, जिससे यह संकेत मिलता है कि आयोग इस विषय पर सक्रिय है।
🧐 आखिर जनता क्या पूछ रही है?
-
क्या वोटर लिस्ट में गड़बड़ियां वाकई लोकतंत्र को खतरे में डाल रही हैं?
-
चुनाव आयोग ऐसे मामलों में क्या कार्रवाई करता है?
-
क्या फर्जी पते और पहचान के ज़रिए मतदान संभव है?
-
वोटर लिस्ट सुधार के लिए नागरिक क्या कर सकते हैं?
📌 निष्कर्ष:
राहुल गांधी ने जो आरोप लगाए हैं, वो भारत के लोकतंत्र की विश्वसनीयता और पारदर्शिता को लेकर गंभीर सवाल खड़े करते हैं। अगर यह आरोप सही हैं, तो यह सिर्फ एक राजनीतिक मुद्दा नहीं, बल्कि चुनावी व्यवस्था का बड़ा संकट बन सकता है। अब देश की निगाहें चुनाव आयोग पर टिकी हैं — क्या वो इन आरोपों की निष्पक्ष जांच कर लोकतंत्र में जनता का भरोसा कायम रख पाएगा?