माधुरी हाथी विवाद

माधुरी हाथी विवाद: अनंत अंबानी और जनता का टकराव

एक हथिनी और एक आंदोलन

सोशल मीडिया पर आपने एक पोस्टर ज़रूर देखा होगा—जिसमें अनंत अंबानी की तस्वीर को चप्पलों की माला पहनाई गई है, माथे पर बिंदी और नाक में नथनी लगी है। यह विरोध किसी फिल्म या राजनीतिक फैसले के खिलाफ नहीं, बल्कि एक हथिनी माधुरी (असली नाम महादेवी) को लेकर है।

हथिनी को कोल्हापुर के नंदिनी गांव स्थित एक जैन मठ से गुजरात के वंतारा वाइल्डलाइफ रेस्क्यू सेंटर भेज दिया गया, जिसे रिलायंस फाउंडेशन द्वारा संचालित किया जाता है। और बस यहीं से शुरू हुआ देशभर का आक्रोश, ट्विटर ट्रेंड्स, पदयात्राएं और कोर्ट के आदेशों का सिलसिला।


कौन है माधुरी? कहां से आई?

  • असली नाम: महादेवी

  • जन्म: 90 के दशक में

  • उम्र: लगभग 33 साल

  • स्थान: कोल्हापुर जिले के नंदिनी गांव का एक जैन मठ

  • वर्ष 1993 में मात्र 3 वर्ष की उम्र में लाई गई थी मठ में

  • माधुरी मठ की “धार्मिक पहचान” मानी जाती रही

यहां वह एक धार्मिक प्रतीक के रूप में उपयोग की जाती थी। बच्चों को सूंड से उठाकर करतब दिखाने से लेकर शोभा यात्राओं तक में माधुरी की भूमिका रही।


पशु क्रूरता के आरोप और कानूनी लड़ाई की शुरुआत

साल 2017: पुजारी की मौत

  • दिसंबर 2017 में माधुरी ने गलती से मठ के मुख्य पुजारी को धक्का दे दिया।

  • पुजारी की मृत्यु के बाद माधुरी पर चर्चा तेज हुई।

  • तब से लेकर आज तक यह मामला सुर्खियों में बना हुआ है।

पीटा (PETA) की याचिका

  • जुलाई 2023 में PETA ने कोर्ट में याचिका लगाई।

  • कहा गया कि माधुरी के साथ वर्षों से क्रूरता हो रही है।

  • उसे सीमेंट के फर्श पर, जंजीरों में बांधकर रखा गया।

  • गंभीर बीमारियों जैसे ग्रेड 4 अर्थराइटिस, पैरों में सड़न, मानसिक तनाव की बात सामने आई।


वंतारा भेजे जाने के आदेश और विरोध

अदालतों के फैसले:

  1. सुप्रीम कोर्ट की हाई पावर्ड कमेटी (HPC) ने माधुरी को वंतारा ट्रस्ट भेजने का आदेश दिया।

  2. बॉम्बे हाई कोर्ट ने भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर मुहर लगाई।

  3. जैन मठ ने बार-बार इस फैसले का विरोध किया और याचिकाएं दायर कीं।

वंतारा क्या है?

  • रिलायंस फाउंडेशन द्वारा संचालित जामनगर स्थित एक वाइल्डलाइफ रेस्क्यू और रिहैबिलिटेशन सेंटर

  • माधुरी को चिकित्सा सुविधा, हरियाली और प्राकृतिक वातावरण में रखने का दावा


सोशल मीडिया का विस्फोट: “Return Madhuri” आंदोलन

  • अनंत अंबानी की तस्वीरें विरोध का प्रतीक बनीं।

  • #ReturnMadhuri हैशटैग ट्रेंड हुआ।

  • Jio सिम कार्ड, मॉल और प्रोडक्ट्स के बहिष्कार की मांग उठी।

  • राष्ट्रपति को भेजे गए 2 लाख से ज्यादा पत्र

  • सांगली, सतारा, कोल्हापुर से 300 लोगों की पदयात्रा हुई

  • Maharashtra MLC सतेज पाटिल ने ऑनलाइन याचिका शुरू की—48 घंटे में 24,000+ हस्ताक्षर


जैन मठ और धार्मिक भावनाएं

जैन मठ का कहना है:

  • माधुरी मठ की धार्मिक परंपरा और आध्यात्मिक आस्था का प्रतीक है।

  • जैन धर्म में हाथी को सेवा और अहिंसा का प्रतीक माना जाता है।

  • गुरुवायूर, केरल, त्रिची जैसे मंदिरों में भी हाथी धार्मिक कार्यों का हिस्सा होते हैं।

राजू शेट्टी का पलटता रुख

  • पहले पुनर्वास का समर्थन करने वाले नेता अब विरोध कर रहे हैं।

  • उनका कहना है कि यह निर्णय स्थानीय भावना की अनदेखी कर लिया गया।


वंतारा की सफाई: हम किसी धर्म के विरोध में नहीं

3 अगस्त 2025 को बयान जारी

  • माधुरी की तस्वीरें साझा की गईं जिसमें वह हरियाली में घूम रही है।

  • प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि:

    • ट्रांसफर कोर्ट के आदेश से हुआ।

    • हमारा उद्देश्य सिर्फ हाथी की सेहत और देखभाल है।

    • हम किसी धार्मिक भावना के खिलाफ नहीं हैं।


क्या माधुरी वापस लौटेगी?

  • जिला गार्जियन मंत्री प्रकाश अबिटकार ने बताया कि वंतारा प्रशासन माधुरी को लौटाने पर सहमत है।

  • लेकिन, चूंकि ट्रांसफर कोर्ट के आदेश पर हुआ, इसलिए अब सुप्रीम कोर्ट की अनुमति जरूरी है

  • 30 जुलाई को ट्रांसफर के समय पीटा की टीम पर पत्थरबाजी भी हुई, जिसमें एक सदस्य घायल हुई।


निष्कर्ष: एक हथिनी और कई सवाल

माधुरी अब वंतारा में है—जहां उसकी देखभाल की जा रही है। लेकिन कोल्हापुर, जैन मठ और लाखों लोगों की भावनाएं अभी भी जुड़ी हुई हैं उस “माधुरी” से, जो 30 सालों तक उनके साथ रही।

अब सबसे बड़ा सवाल यह है:

क्या अदालत, सरकार और सामाजिक संगठन किसी ऐसे रास्ते पर पहुंचेंगे, जिससे माधुरी की सेहत भी बनी रहे और समुदाय की आस्था भी?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top